नई दिल्ली. भारत सरकार ने पाकिस्तानी एयरलाइंस के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद करने का ऐतिहासिक फैसला लिया है। यह कदम जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके में सुरक्षा बलों पर हुए भीषण आतंकी हमले के मात्र कुछ दिनों बाद उठाया गया है, जिसमें कई जवानों ने शहादत दी थी। सूत्रों के मुताबिक, नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया है, जिसके बाद पाकिस्तान का कोई भी विमान चाहे वह सरकारी हो या निजी, भारतीय सीमा में प्रवेश नहीं कर पाएगा। इससे पहले, वर्ष 2019 में पुलवामा हमले के बाद भी ऐसी ही पाबंदी लगाई गई थी, जिसे बाद में कुछ शर्तों के साथ हटा लिया गया था। रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि यह फैसला भारत की उस सख्त रणनीति का हिस्सा है, जिसमें आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देशों के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। इस प्रतिबंध का सीधा असर पाकिस्तान की राष्ट्रीय एयरलाइन पीआईए (PIA) और अन्य विमानन कंपनियों पर पड़ेगा, क्योंकि अब उन्हें भारतीय एयरस्पेस से बचकर लंबे मार्ग से उड़ान भरनी होगी, जिससे ईंधन और समय दोनों की अधिक खपत होगी। पाकिस्तानी मीडिया में अभी तक इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन विमानन उद्योग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि इस फैसले से कराची, लाहौर और इस्लामाबाद से यूरोप व मध्य पूर्व जाने वाली उड़ानों पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। यह घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है, जब पहलगाम हमले के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर है। भारतीय खुफिया एजेंसियों का दावा है कि इस हमले में पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का हाथ हो सकता है, हालांकि पाकिस्तान इससे इनकार कर चुका है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के इस कदम को उसकी सुरक्षा नीति में दृढ़ता के रूप में देखा जा रहा है, जबकि कूटनीतिक हलकों में यह भी चर्चा है कि क्या इससे द्विपक्षीय संबंधों में और गिरावट आएगी।
